मेरी आज की कविता कीमत पर आधारित हैं।क्युकी अक्सर जो बहुत जरूरी होता है। उसकी कीमत बहुत कम ही आकी जाती हैं।उदाहरण के तौर पर हीरे को ही ले लीजिए हीरा बहुत कीमती होता हैं,फिर भी उसका प्रयोग लोग ज्यादा सबके सामने नहीं करते हैं।उसी प्रकार हर अच्छे व्यक्ति और हर अच्छी चीजों का महत्व कम ही देखने को मिलता हैं।
#हीरे की कीमत (कविता)
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गुलाब की खुश्बू
मोगरे से कम ही होती है
पर गुलाब की कीमत
मोगरे से ज्यादा होती है!!!
नीभाया कर्तव्य सही इंसान ने
फ़र्ज नीभाया मेहनत ने
पर बेइमानी से जो राज करे
वहां मेहनत की कीमत
कम ही होती है!!!
घर की काम करे नारी नर कमाई करते है!!!
पर नर की कीमत हमेशा नर से कम ही होती है!!!
सूरज रोशनी करता है,चांद रात में आता है!!!
पर तारे की कीमत सूरज ओर चांद से कम होती है!!!
नीभाया कर्तव्य सही इंसान ने फ़र्ज नीभाया मेहनत ने!!!
पर बेईमान से जो राज करें वहां मेहनत की कीमत
कम ही होती है!!!
माँ दिन रात बच्चे की फिक्र करे रात का खाना बेटा खा कर आये!!!
भूखी माँ से कोई ना पूछे,खाना निकाल पत्नी रखे
जन्म दी माँ की कीमत पर फिर क्यों कम ही होती है!!!
हर जगह हर डगर कोई रिश्ता दिल से ना जुड़े
पर आजकल दिखावें की कीमत रिश्तो से ज्यादा ही
है!!!
ना जाने क्यों दिल की कीमत पैसों से कम ही होती है!!!
🙏धन्यवाद🙏
🙏कविता यादव🙏
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