हेलो👋 friends नमस्कार🙏 कविता का शीर्षक रिश्ते ************* आज की मेरी जो कविता है।वो रिश्तों पर आधारित है। friends हमारे जीवन मे जो भी हमसे जुड़े रिश्ते होते है,वो चाहे माता,-पिता ,भाई-बहन ,का जो भी रिश्ते होते है।उसे हमे दिल से निभाना चाहिए। क्योंकि कोई भी परेशानी आये या कोई तकलीफ यही रिश्ते हमारे काम आते है। कोई और रिश्ते नही इसलिये अपनो को ओर अपने रिश्तों को संभाल कर रखिये। कोई भी रिश्ता दिल से निभाये❤️(कविता) ********************************** चंद फूलो को तोड़के, पौधे नही मुरझाते... आश किसी को देके ,जब अपने मुकरजाते। दिल दुखता है,की तू मेरा एक है... पर मील ना सात जन्म दिल से दुआ है। मेरा प्यार राधा की तरह नहीं ,जिस पर हक राधा का है हम तो वो मीरा है,जिसने उस श्याम को पाने की खातिर जहर का प्याला पी लिया। इसलिए किसी तरह के रिश्ते निभाना हो तो तो प्रेम से निभाओ , वरना ना राधा, बनो ना...